महिलाओं को न्याय का भरोसा: मंडलायुक्त ने जनसुनवाई में अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
देवीपाटन मंडल में मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद बना महिलाओं की आवाज़ का सशक्त मंच
गोण्डा - देवीपाटन मण्डल मुख्यालय स्थित मंडलायुक्त कार्यालय में सोमवार को “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष महिला जनसुनवाई का आयोजन किया गया। जनसुनवाई की अध्यक्षता आयुक्त देवीपाटन मण्डल शशि भूषण लाल सुशील ने की। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों से आई करीब 15 महिलाओं ने घरेलू हिंसा, भूमि विवाद, दहेज उत्पीड़न, अतिक्रमण, रास्ता अवरोध, अवैध कब्जा एवं पशु सुरक्षा से जुड़े मामलों को लेकर अपनी समस्याएं रखीं।
आयुक्त ने सभी महिलाओं की शिकायतों को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों से मौके पर ही फोन के माध्यम से वार्ता की और प्रकरणों के शीघ्र व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी मामलों का समाधान नियमानुसार एवं समयबद्ध ढंग से किया जाएगा। आयुक्त ने भरोसा दिलाया कि प्रशासन महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों के प्रति पूर्णतः संवेदनशील है तथा किसी भी महिला के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। जनसुनवाई में अपर आयुक्त न्यायिक मीनू राणा एवं उपायुक्त खाद्य विजय प्रभा भी उपस्थित रहीं।
जनसुनवाई के दौरान ग्राम पंचायत बहलोलपुर, विकास खण्ड झंझरी के ग्रामीणों ने सरकारी सार्वजनिक चकमार्ग पर इंटरलॉकिंग कर पक्की सड़क निर्माण की मांग उठाई। ग्रामीणों ने बताया कि यह मार्ग पूरे गांव के आवागमन का मुख्य रास्ता है, जिसका उपयोग वर्षों से किया जा रहा है। बरसात के मौसम में जलभराव के कारण स्कूली बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और मरीजों को भारी परेशानी होती है। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क कार्य योजना में दर्ज होने के बावजूद अब तक न तो मिट्टी पटाई हुई और न ही इंटरलॉकिंग कराई गई। कई बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी बिना स्थलीय जांच के भ्रामक आख्या लगाकर मामला टाल दिया गया। ग्रामीणों ने जनहित को देखते हुए शीघ्र सड़क निर्माण कराने की मांग की।
एक अन्य मामले में ग्राम ढोंगवा खरगूपुर, थाना कोतवाली देहात की निवासी पम्मी तिवारी पत्नी राजेश कुमार तिवारी ने बैनामे की भूमि पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि विजय नगर चौराहा, थाना तरबगंज क्षेत्र में स्थित उनके मकान के बगल की करीब 12 फुट भूमि पर पड़ोसियों द्वारा कब्जा कर लिया गया है और दीवार निर्माण को उखाड़ दिया गया। विरोध करने पर गाली-गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी दी जाती है। प्रार्थिनी ने बताया कि 9 जुलाई 2025 को तहसीलदार, कानूनगो व अन्य अधिकारियों द्वारा कराई गई नाप में भूमि उनके पक्ष में पाई गई थी और निशानी भी लगाई गई थी, जिसे विपक्षियों ने हटा दिया। महिला ने पुलिस बल की सहायता से कब्जा दिलाने, निर्माण कार्य कराने तथा स्वयं व संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित कराने की मांग की।
इसी क्रम में ग्राम बांसगांव, थाना कोतवाली करनैलगंज की निवासी मंजू पत्नी नरायन ने खेतों में बिलेट तार लगाकर उसमें बिजली प्रवाहित करने से पशुओं की मौत का गंभीर आरोप लगाया। प्रार्थिनी ने बताया कि कुछ दबंग व्यक्तियों द्वारा इस तरीके से कई गौवंश की मृत्यु हो चुकी है और विरोध करने पर मारपीट व फौजदारी की धमकी दी जाती है। उन्होंने मामले की तत्काल जांच, बिलेट तार हटवाने और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की।
आयुक्त ने सभी प्रकरणों में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” का उद्देश्य महिलाओं की समस्याओं को सीधे शीर्ष प्रशासनिक स्तर पर सुनकर त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है। यह पहल महिलाओं के न्याय, सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रभावी मंच के रूप में निरंतर कार्य कर रही है।
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