गोण्डा, 01 जुलाई
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा की अध्यक्षता में खाद्य एवं औषधि सतर्कता समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिले में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता, मिलावट रोकथाम, औषधियों की उपलब्धता, गुणवत्ता नियंत्रण एवं जन-जागरूकता संबंधी बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि आमजन को शुद्ध व गुणवत्तायुक्त खाद्य एवं औषधि उत्पाद उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए संबंधित विभाग नियमित जांच अभियान चलाएं और दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करें।
उन्होंने खाद्य सुरक्षा विभाग को निर्देशित किया कि होटल, मिठाई की दुकानों, किराना दुकानों, डेयरियों व अन्य खाद्य प्रतिष्ठानों की नियमित रूप से सैंपलिंग कराई जाए तथा रिपोर्ट को समयबद्ध तरीके से प्रयोगशालाओं में भेजा जाए। इसके साथ ही उन्होंने सभी दुकानदारों को लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र अनिवार्य रूप से दुकान में प्रदर्शित करने के निर्देश दिए।
औषधि निरीक्षक को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि नकली, अवैध व एक्सपायरी दवाओं की बिक्री पर सख्त निगरानी रखी जाए। उन्होंने मेडिकल स्टोर संचालकों के लाइसेंस की समीक्षा करने तथा नियमों के अनुसार कार्य कर रहे स्टोरों की सूची अपडेट करने को भी कहा।
बैठक में आमजन को जागरूक करने हेतु विद्यालयों, ग्राम सभाओं तथा शहरी क्षेत्रों में जागरूकता शिविरों एवं कार्यशालाओं के आयोजन का भी प्रस्ताव पारित किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वस्थ समाज की नींव शुद्ध खाद्य एवं औषधियों पर निर्भर करती है, अतः इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
बैठक में अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी, औषधि निरीक्षक, उद्योग प्रतिनिधिगण, स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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