पांच दिनों तक चले मानस ज्ञान यज्ञ में प्रयागराज से आए स्वामी वैराग्यनंद परमहंस महाराज ने अपने मधुर वाणी के माध्यम से श्रद्धालुओं के बीच अमृत वर्षा किया। उन्होंने परिवार में धर्म और परिवार में संस्कार को तीरथ के समान बताते कहा कि वह परिवार गंगा और अयोध्या के समान हैं। प्रभु जब मिलते हैं तो समझो सब कुछ मिल गया।
भगवान का अवतार भक्तों की रक्षा के लिए होता है। भगवान का सबसे प्रिय भक्त मनुष्य होता है। हर मनुष्य को भगवान को पाने के लिए प्रयास करना चाहिए। जबकि अवध धाम से आए कथावाचक विजयराघव दास रामायणी ने कहा कि धरती पर जब पाप ग्रसित होता है, तब प्रभु का अवतार होता है। भक्तों को अच्छी राह दिखाने के लिए प्रभु मानव को ज्ञान का प्रकाश दिखाते हैं।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने कहा कि प्रवचन सुनने से मानव में अपने धर्म के प्रति रुचि बढ़ती है। साथ ही समाज को एक नई दिशा मिलती है। इस मौके पर इस मौके पर महेंद्र नाथ त्रिपाठी, प्रदीप सिंह उर्फ पिंकू सिंह, सुशान्त पाण्डेय, राजकुमार सोनी, रवि जायसवाल ओम प्रकाश गुप्ता, अरविन्द गुप्ता, केडी सिंह, लालबाबू द्विवेदी, आजाद शर्मा, गोपाल मिश्रा, राजेंद्र चौधरी, विनोद द्विवेदी, राजेंद्र प्रसाद सोनी, श्याम नारायण पांडे,अनिल सोनी आदि लोग उपस्थित रहे।
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
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