Nov 16, 2022

इलाज के साथ मिला अपनत्व तो ठीक हुए 1226 मरीज:बस्ती

बस्ती में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में निक्षय मित्र मददगार बन रहे हैं। टीबी मरीजों को अस्पताल से निःशुल्क दवा मिल रही है, वहीं निक्षय मित्र जरूरतमंद मरीजों को गोद लेकर उन्हें मानसिक सम्बल प्रदान कर रहे हैं। जिले में गोद लिए गए 1226 मरीज सेहतमंद हो चुके हैं।    

          वर्तमान में गोद लिए हुए 1675 मरीजों का इलाज के साथ निक्षय मित्र ख्याल रख रहे हैं। वह उनका हौसला भी बढ़ा रहे हैं। हर माह पोषणयुक्त खाद्य सामग्री भी मरीज को मुहैया करा रहे हैं। शहर से सटे खीरीघाट में रहने वाली 11 साल की लड़की को रोटरी क्लब सेंट्रल ने गोद लिया। रेहड़ी चलाकर परिवार का गुजर-बसर करने वाले पिता ने बताया कि बुखार, खांसी की समस्या होने पर बेटी की जांच टीबी अस्पताल में कराई तो उसे फेफड़े की टीबी निकली।   

समय-समय पर दिया पौष्टिक आहार
इसके बाद वहीं से दवा शुरू हुई। रोटरी क्लब के लोगों ने दवा समय से खिलाने के लिए प्रेरित किया, समय-समय पर बेटी को पौष्टिक आहार भी मुहैया कराया। जांच में रिपोर्ट निगेटिव मिली, बेटी अब पूरी तरह ठीक है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एके मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में 15 एनजीओ, प्रशासन के 1166 अधिकारी, कर्मी, चिकित्सक, विद्यालय संचालक टीबी मरीज को गोद लेने की योजना से जुड़े हुए हैं। लोगों से अपील किया कि समाज का हर वर्ग आगे आकर कम से कम एक मरीज को गोद लेकर देश को टीबी मुक्त कराने की मुहिम में भागीदार बनें।   

सीडीओ ने दो मरीजों को लिया गोद
सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने दो टीबी मरीज को गोद लिया है। वह पत्नी डॉ. श्रेया के साथ शहर के पिकौरा दत्तूराय मोहल्ले में डेढ़ साल के मरीज के घर पहुंचे, उसे हड्डी की टीबी है। बच्चे से मिले और परिवार को भरोसा दिलाया, कहा कि इलाज में किसी तरह की कमी नहीं रहने पाएगी। मंगल बाजार निवासी फेफड़े की टीबी के बिस्तर पर पड़े मरीज से मिले। तत्काल मरीज के घर चिकित्सक भेज कर जांच कराने, इलाज से सम्बंधित सभी सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया। इस दौरान टीबी क्लीनिक का स्टॉफ मौजूद रहा।  


         रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट

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