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Oct 12, 2022

बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी है प्रदेश सरकार, हर संभव प्रदान की जायेगी मदद: मुख्यमंत्री

 

अन्नदाताओं को फसल क्षति का मिलेगा उचित मुआवज़ा, आवासहीनों को मिलेगा आवास

अप्रत्याशित अतिवृष्टि से 15 जिलों की 25 लाख आबादी प्रभावित

युद्ध स्तर पर प्रभावित जिलों में संचालित है राहत व बचाव कार्य 

मुख्यमंत्री ने 351 बाढ़ पीड़ितों वितरित की बाढ़ राहत सामग्री व कम्बल  

बहराइच । मा. मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश श्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे करने के उपरान्त मोतीपुर पहुॅचकर बाढ़ प्रभावित ग्राम गिारगिट्टी के 27, गौडहिया के 73, सोगवा के 64, गोपिया के 101, बोझिया के 10 व कुड़वा के 76 कुल 351 बाढ़ प्रभावित लोगों को बाढ़ राहत सामग्री के तौर पर 10-10 किलो आटा, चावल व आलू, 12 कि.ग्रा. अरहर की दाल, 250-250 ग्राम हल्दी, मिर्च व धनिया, 500 ग्राम नमक तथा 01 लीटर रिफाइन्ड तेल, आयुष किट तथा एक-एक अदद कम्बल का वितरण किया गया। बाढ़ राहत सामग्री वितरण कार्यक्रम के दौरान मा. मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने ग्राम गोपिया के नान्हू, श्रीमती रीता देवी व कलावती, सोंगवा की श्रीमती ननका देवी, लच्छीराम व बेनीराम तथा ग्राम कुड़वा के पन्नेलाल, रामादल, दिनेश व पेशकार को अपने हाथों बाढ़ राहत सामग्री व कम्बल का वितरण किया। 

मा. मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि यद्यपि यह समय बाढ़ का नहीं हैं लेकिन संभवता पहली बार अक्टूबर महीने में इस क्षेत्र में हम सब को बाढ़ के बारे में देखने और सुनने को मिल रहा है। पिछले दस दिनों से उत्तर प्रदेश के अन्दर इस सीजन की मूसलाधार बारिश हुई है। अतिवृष्टि के कारण लगभग 15 जनपद बाढ़ से प्रभावित हुए हैं जिनमें 1500 से अधिक गांवों की लगभग 25 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। बाढ़ क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्यों के लिए एन.डी.आर.एफ., एस.डी.आर.एफ, फ्लड पी.ए.सी की सिविल पुलिस के साथ ही प्रशासन के अधिकारियों केे साथ-साथ मंत्री मण्डलीय समूह के मंत्रियों को भी बाढ़ग्रस्त जनपद में भेजा जा रहे है। इसी क्रम में मंगलवार को प्रदेश के जलशक्ति मं़त्री श्री स्वतन्त्र देव सिंह ने जनपद बहराइच, श्रावस्ती व बलरामपुर का भ्रमण किया था। 



मा. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे बाढ़ प्रभावित लोग जो स्वयं भोजन बनाने की स्थिति में उन्हें सूखा खाद्यान्न वितरण करने के निर्देश दिये गये हैं ताकि वे अपने परिवार के लिए स्वयं ही भोजन तैयार कर सकें। जिसके क्रम में यहॉ 351 बाढ़ पीड़ितों को सूखे राशन के साथ-साथ, आयुष किट व कम्बल का वितरण भी किया गया। उन्होंने कहा कि जहॉ पर लोग बाढ़ शिविरों में शरण लिये हुए हैं वहां पर प्रभावित लोगों को लंच पैकेट का वितरण कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं। बचाव व राहत कार्यो के लिए पर्याप्त संख्या में मोटर बोट व नावें भी लगायी गई हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में संचालित राहत व बचाव कार्यों का जायज़ा लेने के उद्देश्य से मेरे द्वारा जनपद अयोध्या, गोण्डा, बलरामपुर, श्रावस्ती व बहराइच का भ्रमण किया गया है।

 मा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा जनहानि के मामलों में वारिसान को अनुमन्य आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है तथा जिन लोगों ने बाढ़ व कटान के कारण अपने घर खो दिये हैं उन्हें शीर्ष प्राथमिकता पर मुख्यमंत्री आवास योजना से लाभान्वित किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि के कारण अन्नदाताओं को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार अत्यन्त गम्भीर है। जिले के अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि जनपद में फसलों की हुई क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराएं ताकि प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द मुआवज़ा दिलाया जा सके। श्री योगी ने जनप्रतिनिधि का आहवान किया कि ज़िलों में संचालित में राहत व बचाव कार्यों का अपने स्तर से निरन्तर पर्यवेक्षण कर जिला प्रशासन को सुझाव व सहयोग प्रदान करें।

मा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले के अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मनुष्यों के भोजन दवा इत्यादि के साथ-साथ पशुओं के चारे-पानी, दवा इत्यादि के माकूल बन्दोबस्त किये जाएं तथा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सीएचसी व पीएचसी पर पर्याप्त मात्रा में एण्टीवेनम की भी उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के दुख सरकार बराबर की शरीक है, प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जायेगी। प्रदेश में राहत व बचाव कार्यों के लिए धन की कमी आड़े नहीं आयेगी। सम्बोधन के पश्चात मुख्यमंत्री ने ने बाढ़ पीड़ितों से भेंट कर उनका कुशल क्षेम पूछा तथा ग्राम गोपिया (टेहना) निवासिनी रीता देवी की गोद में 03 माह की बच्ची प्रिया को अपनी गोद में लेकर भरपूर दुलार किया।   

इस अवसर पर संसद बहराइच अक्षयवर लाल गोंड, विधायक महसी सुरेश्वर सिंह, पयागपुर के सुभाष त्रिपाठी, बलहा की श्रीमती सरोज सोनकर, नानपारा के राम निवास वर्मा, जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र, पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी, मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, अपर जिलाधिकारी मनोज, मुख्य राजस्व अधिकारी अवधेश कुमार मिश्र, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अशोक कुमार, उप जिलाधिकारी मिहींपुरवा (मोतीपुर) जी.पी. त्रिपाठी, सदर के सुभाष सिंह धामी व पयागपुर के दिनेश कुमार अन्य प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी तथा क्षेत्रीय गणमान्य व संभ्रान्तजन तथा बड़ी संख्या में बाढ़ पीड़ित मौजूद रहे। 

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