गोण्डा-दिव्यांग शिक्षा में आई सी टी प्रयोग,आईसीटी का महत्व व नवाचार पर आधारित मण्डल स्तरीय वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमें आज सर्वप्रथम विशेष अतिथि परमादरणीया,वेबिनार संरक्षक ललिता प्रदीप,निदेशक एस. आई.ई.टी. उत्तर प्रदेश जी के नेतृत्व में प्रारंभ हुआ।उन्होंने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा की सभी शिक्षकों को इस वेबिनार में सीखी गयी विषयवस्तु को अपनी कक्षा कक्ष में लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया और सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं।डॉ इंद्रजीत प्रजापति,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोण्डा भी सम्मिलित हुए उन्होंने कोर टीम व शिक्षकों को इस वेबिनार के लिए बधाई दी।आज के विषय विशेषज्ञ श्री राजेश कुमार सिंह जी, जिला समन्वयक, समेकित शिक्षा जनपद गोण्डा से जुड़े।उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चे की भी आवश्यकता भी वही होती हैं जो सामान्य बच्चों की होती हैं।दिव्यांगता के संदर्भ में सामान्य अवधारणा/सोंच, दिव्यांगता से होने वाली समस्याओं उनके निवारण आदि पर विस्तृत चर्चा करते हुए उनके समावेशन एकीकृत पर प्रकाश डाला।
दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए प्रयोग में आने वाली आईसीटी टूल के महत्व को बताते हुए पीपीटी के माध्यम से प्रेजेंटेशन दिया।यह दस दिवसीय वेबिनार का आज समापन हुआ जो गोण्डा के ऊर्जावान, टेक्नोसेवी, स्वप्रेरित शिक्षकों मनीष वर्मा,मो आलम खान और रवि प्रताप सिंह द्वारा संचालित हो रहा।
एक अन्य विषय विशेषज्ञ श्री ओम प्रकाश पाटीदार राष्ट्रीय आईसीटी पुरस्कार विजेता मध्य प्रदेश से जुड़े उन्होंने अलगोडो टूल द्वारा ज्यामितीय निर्माण एवं प्रिज़्म पर प्रकाश का रंग बदलना,खेल खेल में शिक्षा, सिमुलेशन बनाना आदि पर चर्चा करते हुए ऑनलाइन करके दिखाया।इस कार्यक्रम में देवीपाटन मण्डल के चारो जनपदों से सैकड़ों शिक्षक ऑनलाइन शामिल हुए।कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर से अयाज़ रैना,मध्यप्रदेश से ओम प्रकाश पाटीदार, हिमाचल प्रदेश से अमित मेहता,बाराबंकी से आशुतोष आनंद, ललितपुर से प्राणेश भूषण मिश्रा कार्यक्रम में जुड़े। स्थानीय शिक्षकों में राघवेंद्र विक्रम सिंह,अणिमा सिंह, विभा सिंह, ब्रह्म प्रकाश,शमरुन निशा,अनुराग चौहान,विभा चौधरी,अनुराग श्रीवास्तव आदि शामिल हुए।
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