किसानों के कई सवालों पर सम्बन्धित अधिकारी जवाब नहीं दे पाए। भाकियू के दीवान चन्द्र पटेल ने कहा कि मुण्डेरवा प्रक्षेत्र के गन्ना क्रय केन्द्रों पर कई दिनों से गन्ना लदी गाडियां खडी हैं, लेकिन गन्ना तौल नहीं हो पा रहा है। उतरवाई के नाम पर किसानों से 20 से 50 रूपए वसूले जा रहे हैं। किसानों ने बताया कि ट्रक के रजिस्ट्रेशन पर गन्ना ढुलाई में ट्राला का प्रयोग किया जा रहा है।
दीपावली तक गन्ने के बकाया भुगतान के आश्वासन के बाद भी रुधौली चीनी मिल द्वारा अब तक भुगतान नहीं किया गया है। गन्ना एवं धान क्रय केन्द्रो पर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। डीएम प्रियंका निरंजन ने गन्ना एवं धान बेचने वाले किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता पर निस्तारण करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जिला गन्ना अधिकारी प्रत्येक सप्ताह चीनी मिल प्रबंधकों के साथ बैठक कराएं।
डिप्टी आरएमओ धान खरीद से संबंधित समस्याओं के निस्तारण के लिए प्रत्येक सप्ताह समीक्षा कराएं। चीनी मिल प्रबंधक समानुपातिक तौल की व्यवस्था बनाए, 12 घंटे के भीतर मिल पर आए गन्ना की तौल, 14 दिन के भीतर भुगतान सुनिश्चित करें। सेंटर पर हो रही गन्ना तौल की उतराई के लिए ठेकेदार पर्याप्त संख्या में लेबर लगाएं, इसके लिए किसानों से कोई धनराशि नहीं ली जाए। चीनी मिल गेट तथा सेंटर पर समान रूप से गन्ना तौल कराई जाए।
नहर की खुदाई कराने के निर्देश
किसी भी दशा में सेंटर पर तौल बंद नहीं कराया जाएगा। तौल लिपिकों की किसी प्रकार की गड़बड़ी किए जाने पर उनके विरुद्ध एफआईआर कराई जाएगी। मिल प्रबन्धकों को किसानों के लिए जगह-जगह पर अलाव जलवाए जाने का निर्देश दिया। नहर में पानी छोड़ने से पहले नहर के अगल-बगल के गांव में मुनादी कर सूचना देने, नहर के किनारे गांव में कृषक समिति गठित करने, हरिहरपुर में छूटे स्थानों पर नहर की खुदाई कराने का निर्देश दिया।
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
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