अंतर्राष्ट्रीय तनाव जागरुकता दिवस पर आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 50 मनोरोगियों को मिला इलाज
गोण्डा - बुधवार को जिले में अंतर्राष्ट्रीय तनाव जागरुकता दिवस मनाया गया । इस अवसर पर राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत सीएचसी तरबगंज में विशाल मानसिक स्वास्थ्य जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया । तरबगंज विधायक प्रतिनिधि व ग्राम प्रधान रामापुर कमलेश पाण्डेय ने शिविर का शुभारंभ कर मानसिक स्वास्थ्य व इससे जुड़ी अन्य बीमारियों के रोकथाम, बचाव और इलाज पर अपने विचार रखे । साथ ही शासन द्वारा प्रदान की जा रही निःशुल्क मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी देते हुए लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने के लिए जागरुक किया ।
इस मौके पर मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ नूपुर पॉल ने वर्तमान में लोगों की जीवनशैली में बदलाव हो रहा है । अपने आप में उलझे रहना और सामाजिक जीवन से दूरी, लोगों में चिंता व तनाव का कारण बन रहे हैं । आगे जाकर यही डिप्रेशन के साथ ही अन्य तरह की मानसिक बीमारियों की वजह बन जाती हैं । इन्हीं कारणों से आजकल लोग सोशल स्टिग्मा, डिमेंशिया, हिस्टीरिया, एंजाइटी व आत्महीनता जैसी कई समस्याओं और बीमारियों से जूझ रहे हैं । इस तरह की मानसिक दिक्कतों से बचाव करने और लोगों के बीच जागरुकता फ़ैलाने के मकसद से हर वर्ष नवम्बर माह के प्रथम बुधवार को राष्ट्रीय तनाव जागरुकता दिवस के रूप में मनाया जाता है । इसके साथ ही डॉ पॉल ने शिविर में आये अलग-अलग तरह के 50 मानसिक रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया ।
तरबगंज सीएचसी के प्रभारी अधीक्षक डॉ नवनीत गौरव सिंह ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए व्यक्ति को 6 से 8 घंटे नींद लेना जरूरी है । इसके अलावा प्रतिदिन व्यायाम, साफ-सफाई, शुद्ध और ताजा भोजन, धूम्रपान का सेवन न करना समेत अन्य जरूरी आदतों को अपने दैनिक जीवन में जरूर शामिल करना चाहिए, इससे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है ।
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी एनपी सिंह ने जनसामान्य को मानसिक बीमारियों के लक्षणों जैसे- नींद न आना, उलझन, घबराहट, मिर्गी के दौरे, डिप्रेशन, सिर में दर्द, चक्कर आना, आत्महत्या के विचार आना,अपने आप से बात करना, शक करना, भूत-प्रेत की छाया दिखना, डर लगना, पढ़ाई में मन न लगना आदि के विषय में जानकारी दी।
वहीं मानसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता उमेश भारद्वाज ने लोगों को मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी चिकित्सकीय उपचार व परामर्श के लिए जिला चिकित्सालय गोण्डा में सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक आने की सलाह दी । उन्होंने शिविर में उपस्थित लोगों को फॉलोअप व परामर्श के लिए जिला चिकित्सालय के मानसिक स्वास्थ्य हेल्प लाइन नंबर 6392540889 पर संपर्क करने की सलाह दी ।
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