गोण्डा-आई सी टी पर आधारित मण्डल स्तरीय वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमें आज प्रथम दिवस पर आई सी टी का परिचय, आवश्यकता,उपयोग और शिक्षा में आई सी टी के महत्व पर चर्चा हुई।सूचना और संचार की प्रौद्योगिकी या सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, जिसे आम तौर पर आईसीटी (ICT) कहा जाता है, का प्रयोग अक्सर सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) के पर्यायवाची के रूप में किया जाता है लेकिन यह आम तौर पर अधिक सामान्य शब्दावली है।
वेबिनार में इस विषय पर चर्चा के लिए मुख्य वक्ता,विषय विशेषज्ञ प्रोफेसर मामूर अली साहब जामिया मिलिया विश्वविद्यालय नई दिल्ली से असिस्टेंट प्रोफेसर जुड़े। आप एन सी ई आर टी में 7 वर्षों तक प्रोफेसर थे।आपने एन सी ई आर टी में आई सी ई टी के क्षेत्र में 7 वर्षों तक कार्य किया है।
आपके ICT और गणित विषय पर दर्जनों रिसर्च पेपर,आर्टिकिल प्रकाशित हो चुके हैं।आज भारत डिजिटल इंडिया बन रहा है।ऐसे में ICT का महत्व बढ़ रहा है।प्रोफेसर मामूर अली जी ICT का पढ़ने और पढ़ाने के तरीके के बारे में बताया।इससे सभी शिक्षकों की समझ बढ़ेगी। सभी शिक्षक बेहतर तरीके से क्लास रूम में अपने नन्हे मुन्नों को समझ सकेंगे।
नवीन आई सी टी के उपयोग से अभिभावकों व विद्यालयों के मध्य सकारात्मक एवं बाधारहित संप्रेषण को बढ़ावा मिलता है। चूंकि समाज में तकनीकी पर निर्भरता में वृद्धि हो रही है अतः विद्यालयों में भी संप्रेषण के इन नवीन तकनीकी साधनों पर अधिक धन एवं समय दिया जा रहा है। इसी के साथ प्रोफेसर साहब ने कई प्रकार के सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन वेब पोर्टल वेबसाइट आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी उन्होंने अपने पीपीटी के माध्यम से इन सभी का उपयोग किस प्रकार करते हैं यह भी बताया।
भारत जैसे विकासशील देश में प्रत्येक क्षेत्र में तकनीकी की सहायता से ही आगे बढ़ रहे हैं एवं विश्व के मानचित्र पर अपना महत्वपूर्ण स्थान अंकित कर रहे हैं शिक्षा मानव जीवन का वह सुनहरा पक्ष है जो उसे प्रगति की राह पर अग्रसर करता है सूचना और संचार तकनीकी वर्तमान समय में शिक्षा का एक अभिन्न अंग है शिक्षा के प्रत्येक चरण पर सूचना संचार तकनीकी सहायक व उपयोगी है।
इस वेबिनार में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोण्डा श्री डॉ इंद्रजीत प्रजापति जी भी जुड़े उन्होंने इस वेबीनार के आयोजन के लिए मंडल के सभी शिक्षकों को अपनी शुभकामना देते हुए कहा कि सभी शिक्षकों को उचित तरह से तथा शिक्षण में आवश्यकता के अनुसार आईसीटी का उपयोग करना चाहिए।
विशेष अतिथि श्री अजय कुमार सिंह सम्मिलित हुए आप इस सी ई आर टी उत्तर प्रदेश के संयुक्त निदेशक हैं।आपने उत्तर प्रदेश को एक नई दिशा दिखाई है।आपने गुणवत्ता शिक्षा,प्रशिक्षण और आईसीईटी को प्रदेश में बेहतर बनाया है।आपके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में हमारे शिक्षकों ने ICT का प्रयोग करना सीखा है।
हुए उन्होंने इस मंडल स्तरीय वेबीनार के लिए एडुलीडर्स टीम यूपी व इसमें शामिल शिक्षकों की सराहाना की तथा शुभकामना दी।उन्होंने आशा व्यक्त की इसमें शामिल सभी शिक्षक अपने परिश्रम व लगन से अपने विद्यालयों में सकारात्मक परिवर्तन लाएंगे तथा बेसिक शिक्षा की तसवीर बदलेंगे।उन्होंने इसके लिए शिक्षकों को अपने आशीर्वचन में कहा कि शिक्षक व छात्र का आपसी जुड़ाव बहुत ही महत्वपूर्ण है शिक्षक व छात्र के बीच आपसी सामंजस्य तालमेल होना भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है आईसीटी टूल्स के लिए उन्होंने शिक्षकों को बताया कि इसका उपयोग विषय वस्तु के अनुसार करना चाहिए तथा शिक्षक छात्र मिलकर ही शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को और अच्छा बना सकते हैं उन्होंने शिक्षकों को प्रगतिशील बनने व नए परिवर्तन करते हुए सीखने की सलाह दी व उत्साहवर्धन भी किया।वेबिनार में बस्ती से राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार विजेता श्री सर्वेष्ट मिश्र जी भी शामिल हुए।
इस कार्यक्रम में देवीपाटन मण्डल के चारो जनपदों से सैकड़ों शिक्षक ऑनलाइन शामिल हुए।जिसमें सौरभ गुप्ता,आकांक्षा पांडेय,ब्रह्म प्रकाश,अनुराग,विभा चौधरी थीं।
यह कार्यक्रम एडुलीडर्स समूह यूपी और गोण्डा के मनीष वर्मा मोहम्मद आलम खान व रवि प्रताप सिंह जी के द्वारा आयोजित व संचालित किया जा रहा है।
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